लोगों के सहयोग से,ग्रीनपीस ने इतिहास बनाया

ब्राई का विरोध करने के लिए दुनिया के सबसे बड़े जीएम मुक् त बैंगन भर्ता का रिकार्ड बनाया

Add a comment
Press release - September 6, 2011
नई दिल् ली, 6 सितंबर,2011: आज दिल् ली हाट ने एक अलग तरह के समारोह को देखा । दुनिया के सबसे बड़े जीएम मुक् त बैंगन भर्ता के निर्माण का गवाह बनने के लिए दिल् ली के सैकड़ों लोग ग्रीनपीस से जुड़े । ये उसी जन अभियान का हिस् सा था जिसमें भारत भर में सैकड़ों हज़ारों से अधिक लोगों ने आने वाले बायोटेक् नोलॉजी रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इण्डिया (ब्राई) बिल, 2011 के खिलाफ याचिका पर हस् ताक्षर करके भाग लिया था और जिसके देश में जीएम फसलों के लिए एकमात्र निस् तारण व् यवस् था बनने का डर है ।

ली मेरिडियन, नई दिल् ली और इण्डियन कलिनीयरी फोरम से शेफ के एक समूह ने 342.5 KG ‘बैंगन भर्ता’ पकाने का नेतृत् व किया, जो लिम् का बुक ऑफ रिकार्ड्स द्वारा एक विश् व रिकार्ड के रूप में प्रमाणित कियागया है । 100,000 से ज् यादा लोगों द्वारा हस् ताक्षर की गई याचिका के साथ थोड़ा सा बैंगन भर्ता, लोगों के प्रतिनिधिमंडल द्वारा प्रधानमंत्री कार्यालय में सौंपा गया ।ग्रीनपीस के सस्टेनेबिल एग्रीकल्चर कैम्पेनर कपिल मिश्रा ने कहा- ‘’लोगों को जीएम खाने को ‘ना’ कहनेका अधिकार है और आज उन् होंने वही किया है । हम उम्मीद करते हैं कि सरकार अपने नागरिकों की आवाज़ पर ध्यान देगी और ब्राई बिल को लागू नहीं करेगी, जो एक अपारदर्शी निरंकुश निकाय बन जाएगा और जीएम फसलों कीमंजूरी की रूकावटों को कम कर देगा ।‘’ उन्होंने आगे कहा कि ‘’बीटी बैंगन व् यावसायीकरण के लिए आई पहलीजीएम खाद्य फसल है, जिसे वैज्ञानिकों, किसानों, उपभोक् ताओं, राजनीतिक पार्टियों और पर्यावरणविदों द्वारा विरोध किए जाने पर पिछले साल एक अनिश्चित अधिस् थगन के लिए रखा गया था ।

जीएम फसलों के विरोध परबैंगन एक राष्ट्रीय प्रतीक बन गया है और यह अवसर इस उद्देश् य को ही ध् वनित करता है ।‘’कार्यकारी शेफ और एफएनबी ली मेरिडियन के उपाध् यक्ष और इण्डियन कलिनीयरी फोरम के अध् यक्ष, देवेन् द्र कुमार, जो इस विश् व रिकार्ड बैंगन भर्ता का नेतृत् व कर रहे थे, ने कहा ‘’ली मेरिडियन में हम सुरक्षित खाने औरसंवहनीय पर्यावरण के लिए जो भी कर सकते हैं, करते हैं । हमें खुशी है कि सुरक्षित भोजन के लिए लोगों की इस मुहिम में शामिल होकर हम अपना योगदान कर रहे हैं ।‘’दिल् ली हाट में जीएम खाने का विरोध करने के लिए हुए इस जन अभियान में कई हस्तियाँ भी शामिल हुईं ।

इसअवसर पर बोलते हुए प्रसिद्ध शो ‘हाईवे ऑन माईप् लेट’ के रॉकी सिंह ने वहाँ मौजूद लोगों की भावनाओं को आवाज़ देते हुए कहा ‘’आज विनम्र बैंगन का भर्ता सुरक्षित भोजन के लिए हमारी लड़ाई का प्रतीक बन गया है।‘’भर्ता नई दिल् ली के विभिन् न जैविक खाद्य भण् डारों से लाये गए पूरी तरह से जैविक पदार्थों से बनाया गया था । ऐसा यह संदेश देने के लिए किया गया था कि संपोषणीय विकल् प मौजूद हैं जिन् हें जीएम फसलों जैसी खतरनाकप्रौद्योगिकियों की बजाए सरकार के प्रचार और समर्थन की जरूरत है ।

दिल्ली निवासी और याचिका पर हस् ताक्षर करने वाले 100,000 लोगों में से एक, रश्मि गुप् ता ने ‘न’ कहने के अपने अधिकार को बचाने के लिए इस अवसर में भाग लिया । ‘’मै अपने परिवार की सेहत के साथ कोई समझौतानहीं करूंगी क् योंकि इस तरह का अनैतिक अधिनियम हमारी सरकार ने पारित किया है और इसीलिए मै यहाँ इसअवसर में भाग ले रही हूँ । मै यह विश्वास रखती हूँ कि स् वस् थ भोजन ही स् वस् थ जीवन है और जीएम इसके लिए एक खतरा है ।‘’लोगों ने सरकार से आग्रह किया कि प्रस् तावित ब्राई बिल को सदन में प्रस् तुत न किया जाए बल्कि जैवसुरक्षासंरक्षण कानून लाया जाए जो जैवसुरक्षा को और संरक्षित एवं संवर्धित करे और सुनिश्च्ति करे कि हमारे देश में भोजन और कृषि से जुड़े इस तरह के महत् वपूर्ण मुद्दों में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं का पालन हो ।

अन् तसंपादक के लिए नोट्स

1. ब्राई की ग्रीनपीस आलोचना के लिए लिंकhttp://www.greenpeace.org/india/Global/india/report/brai%20%20critique.pdf

2. ब्राई बिल के लिए लिंक http://www.prsindia.org/uploads/media/Biotech/Biotech%20Regulatory%20Auhority%20Bill,%202011.pdf

अधिक जानकारी के लिए कपिल मिश्रा, सस्टेनेबिल एग्रीकल्चर कैम्पेनर, ग्रीनपीस इंडिया– ,+91 9818066041परी त्रिवेदी, मीडिया आफिसर, ग्रीनपीस इंडिया– , +91 7503893981