प्रिय मुख्यमंत्री, दिल्ली,
प्रदुषण नहीं दिल्ली की पहचान,
दिल है दिल्ली हमारी जान |
दिल्ली मे किये गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, 13% दिल्लीवासी अस्थायी रूप से दिल्ली छोड़ना चाहते हैं। दिल्ली में नागरिकों का एक बड़ा हिस्सा अपने परिवार और दोस्तों को जहरीली हवा की वजह से सांस लेने की समस्या से संघर्ष करते देख रहा हैं। स्मोग टावर्स और इमरजेंसी लॉकडाउन जैसे अस्थायी समाधान से तो कुछ होगा नहीं| प्रिय मुख्यमंत्री जी, हमारा शहर दम तोड़ रहा है लेकिन अभी भी बहुत कुछ है जो इसे बचाने के लिए किया जा सकता है।
हमारी परिवहन प्रणाली को बदलने से हमारी हवा में सुधार हो सकता है। अगर हमारी परिवहन व्यवस्था मे बदलाव लाया जाये तो हमारी हवा मे काफी परिवर्तन हो सकता है। दिल्ली का वाहन उत्सर्जन दिल्ली की हवा में PM 2.5 का 39% और NO2 का 81% उत्तरदायी है|
स्वच्छ हवा के लिए बेहतर परिवहन की मांग करें

